tag:blogger.com,1999:blog-7050523416460549038.post1259676565745330202..comments2011-11-08T09:59:00.246-08:00Comments on vatsalworld: तुमने कहाvattsala pandeyhttp://www.blogger.com/profile/08810166471689390242noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7050523416460549038.post-43453423079147125162011-07-27T01:07:47.963-07:002011-07-27T01:07:47.963-07:00.
…वह देह हो गई
…वह प्राण हो गई
…वह संवर गई....<br /><br /><br /><br /><b>…वह देह हो गई<br /><br />…वह प्राण हो गई <br /><br />…वह संवर गई<br /><br />…तुम कहते रहे<br />वह होती रही</b> <br /><b> </b> <br />त्याग , समर्पण , सच्चा प्यार !<br />कितना कुछ छुपा है इन शब्दों में , इन भावों में <br /><br /><br /><b><i>आदरणीया वत्सला जी </i></b> <br />सादर नमस्कार !<br /><b> </b> <br /><b> </b> आपकी कविताओं में जो गहराई हुआ करती है , इस रचना में भी मौज़ूद है … आभार ! <br /><b> </b> <br />साथ ही<br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ! <br /></a></b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7050523416460549038.post-25931068280980625602011-07-25T08:37:07.949-07:002011-07-25T08:37:07.949-07:00सिसक रही
उस पेड सी
जिस पर आज
क्रॉस लगा है
कल कटा ज...सिसक रही<br />उस पेड सी<br />जिस पर आज<br />क्रॉस लगा है<br />कल कटा जाएगा <br /><br />बहुत अच्छी पंक्तियां हैनवनीत पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14332214678554614545noreply@blogger.com