Wednesday 28 December 2011

कुंए में .....१

१.

ठोक दी गई हैं कीलें
समय में, कि
कील दिया है हमें
इस समय ने

अब यहाँ
सरसों नहीं फूलती
धरती को
छोड़ दिया गया है
यूँ ही
उजड़ने के लिए

हवा भी
अपनी महक भूलकर
भर गई है
विदेशी पफ्यूम कि गंध से

रात दिन
सीमेंट के बंद  डिब्बों में
रेंगते हुए
क्या जान पा रहे हैं

किस साजिश के तहत
डाल दिए गए हैं
किन्हीं कुओं में


२.

तुम्हें
सांप के विष से सरोकार था
या चाहिए थी
केंचुल उसकी
किसी सपेरे के कहने पर

हालांकि तोड़ चुके हो
जहर बुझे दांतों को
बहुत पहले ही

तो क्या हुआ ?

सांप है वह अब भी
बस दांत ही तो नहीं है

काँटों से गुजरकर
उतार दी केंचुल अपनी

तुम समझे थे कि नहीं ?

बचा हुआ जहर और
जिन्दा है जो अब भी
वे तो मेरे हैं कि नहीं










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